Devotional
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पितरों को भोजन कैसे मिलता है ?
श्रद्धापूर्वक श्राद्ध करने वाले के परिवार में कोई क्लेश नहीं रहता, वरन वह समस्त जगत को तृप्त कर देता है।
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सबसे श्रेष्ठ कौन?
प्रिय आत्मीय जनों हमेशा ईश्वर को देख के काम करो और सेवा ऐसी करो कि सीधे हाथ से करो तो उलटे हाथ को भी मालूम ना पड़े ! ताकि हम लोग भी गुरु की नज़र में श्रेष्ठ बन सकें ।
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कर्मों का हिसाब किताब
यह जीवन हमे बहुत थोड़े समय के लिए मिला है। इसे लड़ाई -झगड़े कर के या मन में द्वेष भावना रख कर नही। बल्कि प्रभु जी के नाम का सिमरन करते हुए बिताना चाहिए और हर समय उस सच्चे मालिक के आगे विनती करनी है कि हे मेरे प्रभु जी! इतनी कृपा करना कि आप की आज्ञा में रहे और भजन -सुमिरन करते रहे!! "ये जन्म मनुष्य शरीर जो हमे मिला है।
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- पितरों को भोजन कैसे मिलता है ?
in StoryBy - Kanpriya Mahapatra on 13 Oct 2023श्रद्धापूर्वक श्राद्ध करने वाले के परिवार में कोई क्लेश नहीं रहता, वरन वह समस्त जगत को तृप्त कर देता है। - सबसे श्रेष्ठ कौन?
in StoryBy - Kanpriya Mahapatra on 11 Oct 2023 प्रिय आत्मीय जनों हमेशा ईश्वर को देख के काम करो और सेवा ऐसी करो कि सीधे हाथ से करो तो उलटे हाथ को भी मालूम ना पड़े ! ताकि हम लोग भी गुरु की नज़र में श्रेष्ठ बन सकें । - कर्मों का हिसाब किताब
in StoryBy - Kanpriya Mahapatra on 11 Oct 2023यह जीवन हमे बहुत थोड़े समय के लिए मिला है। इसे लड़ाई -झगड़े कर के या मन में द्वेष भावना रख कर नही। बल्कि प्रभु जी के नाम का सिमरन करते हुए बिताना चाहिए और हर समय उस सच्चे मालिक के आगे विनती करनी है कि हे मेरे प्रभु जी! इतनी कृपा करना कि आप की आज्ञा में रहे और भजन -सुमिरन करते रहे!! "ये जन्म मनुष्य शरीर जो हमे मिला है। - रिश्तों को परखने की विद्या
in StoryBy - Kanpriya Mahapatra on 10 Oct 2023हर आदमी में कुछ न कुछ अच्छाई होती है उन्हें छांटना आता, तो आज मुहल्ले भर में आपके ख़राब रिश्तों की चर्चा न चल रही होती”! - मैं अपने बेटे से भरण पोषण मांगने का हक रखती हूं
in StoryBy - Kanpriya Mahapatra on 10 Oct 2023Parents are not a burden on children - भगवान की कृपा
in StoryBy - Kanpriya Mahapatra on 05 Oct 2023हमारे सामने जो भी परेशानियाँ हैं, हम जब तक उनको नकारात्मक नज़रिये से देखते रहेंगे तब तक हम परेशानियों से घिरे रहेंगे लेकिन जैसे ही हम उन्हीं चीजों को, उन्ही परिस्तिथियों को सकारात्मक नज़रिये से देखेंगे, हमारी सोच एकदम से बदल जाएगी, हमारी सारी चिंताएं, सारी परेशानियाँ, सारे तनाव एक दम से ख़त्म हो जायेंगे और हमें मुश्किलों से निकलने के नए नए रास्ते दिखाई देंगे। - इक विश्वास था
in StoryBy - Kanpriya Mahapatra on 05 Oct 2023इस नश्वर संसार को चलाने वाला कोई भगवान नहीं हमारा विश्वास ही है.